मासिक पंचांग दिसंबर: जानें कब है सोमवती अमावस्या, शनि त्रयोदशी, और सूर्य ग्रहण
मासिक पंचांग दिसंबर: हिंदू कैलेंडर के मुताबिक इस महीने को मार्गशीर्ष माह का 9 महीना माना गया है| तो आइए जानते हैं, दिसंबर माह के व्रत और पर्व के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी|
संकष्टीचतुर्थी
3 दिसंबर को संकष्टी चतुर्थी का पर्व है, जो भगवान गणेश जी को समर्पित है| संकष्टी चतुर्थी कृष्ण पक्ष की पूर्णिमा के बाद आने वाली चतुर्थी के दिन व्रत रखकर भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है|
कालाष्टमी
7 दिसंबर सोमवार के दिन कालाष्टमी का पर्व मनाया जाएगा| कालाष्टमी के दिन भगवान शिव के विग्रह रूप काल भैरव की पूजा की जाती है|
उत्पन्नाएकादशी
11 दिसंबर शुक्रवार को उत्पन्ना एकादशी है, इसी दिन एकादशी माता का जन्म हुआ था, इसलिए इसे उत्पन्ना एकादशी कहा जाता है|
प्रदोष व्रत
12 दिसंबर को प्रदोष व्रत है, और यह व्रत भगवान शिव को समर्पित है| शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन ये व्रत रखा जाता है|
13 दिसंबर को मासिक शिवरात्रि
मासिक शिवरात्रि 13 तारीख को है| प्रदोष व्रत के बाद मासिक व्रत पड़ने से इसका महत्व बड़ जाता है|
सोमवती अमावस्या, मार्गशीर्ष अमावस्या, दर्श अमावस्या
सोमवार के दिन 14 दिसंबर को मार्गशीर्ष मास की अमावस्या तिथि है| इस अमावस्या को अगहन अमावस्या, सोमवती अमावस्या,मार्गशीर्ष अमावस्या और दर्श अमावस्या आदि के नाम से भी जाना जाता है|
सूर्य ग्रहण
इस बार 14 दिसंबर को ही पूर्ण सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है| सूर्य ग्रहण का सभी राशियों पर कुछ ना कुछ प्रभाव पड़ता है|
धनु संक्रांति
15 दिसंबर को धनु संक्रांति के दिन सूर्य सूर्य धनु राशि में प्रवेश करने जा रहा है|
विनायक चतुर्थी
विनायक चतुर्थी भगवान गणेश जी को समर्पित है, जो 18 दिसंबर को है|
विवाह पंचमी
इस दिन भगवान राम और माता सीता का विवाह हुआ था| 19 दिसंबर को विवाह पंचमी का पर्व मनाया जाएगा|
मासिक दुर्गा अष्टमी
इस दिन मां दुर्गा की पूजा की जाती है| मासिक दुर्गा अष्टमी का 22 दिसंबर को पर्व है|
मोक्षदा एकादशी
एकादशी का व्रत सभी प्रकार के पापों से मुक्ति दिलाने वाला माना गया है| इस बार मोक्षदा एकादशी का व्रत 25 दिसंबर है|
मत्स्य द्वादशी
मत्स्य द्वादशी का यह पर्व 26 दिसंबर को है, धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु ने मत्स्य रूप धारण किया था|
दत्तात्रेय जयंती
दत्तात्रेय जयंती और मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत 29 दिसंबर को है|
मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत पर चंद्रमा की पूजा की जाती है, तो वहीं दत्तात्रेय जयंती पर भगवान दत्तात्रेय की पूजा की जाती है|