ह्यूमन चैलेंज ट्रायल के लिए जानबूझकर कोरोना पॉजिटिव होंगे लोग, मिलेंगे 4 लाख रुपये
ह्यूमन चैलेंज ट्रायल में पहले स्वस्थ लोगों को कोरोना वायरस पॉजिटिव कराया जाएगा और फिर उन्हें वैक्सीन दी जाएगी और नतीजों को नोटिस कराया जाएगा|
बता दें, इससे पहले मलेरिया, टायफायड और फ्लू जैसी बीमारियों के लिए भी इस तरह के प्रयोग किए जा चुके हैं|
18 से 30 वर्ष के बीच होगी लोगों की उम्र
ये ट्रायल्स के पीछे की यही वजह है, ताकि कोरोना वैक्सीन के काम में तेजी लाई जा सके| इन सभी लोगों की उम्र 18 से 30 वर्ष के बीच होगी, क्योंकि, इस उम्र के लोगों में कोरोना से मरने का रिस्क बहुत ही कम है|
इन्हें रॉयल फ्री अस्पताल में ठहराया जाएगा और यहां इनके लक्षणों को मॉनिटर किया जाना है|
सबसे रोचक बात यह है, कि इस एक्सपेरिमेंट के लिए इन लोगों को 4000 पाउंड्स जो इंडियन करेंसी में करीब-करीब 4 लाख रुपये बनते हैं, भी दिए जाएंगे|
जानकारी के लिए बता दें, कि इस तरह के ट्रायल्स की शुरुआत वैज्ञानिक एडवर्ड जेनर ने 18वीं शताब्दी में की थी, जब उन्होंने अपने बेटे को वायरस से संक्रमित कर दिया था, ताकि वो पता चल सकें, कि उनकी वैक्सीन प्रभावशाली है भी या नहीं…
उसके बाद से ही ये तरीका कई घातक बीमारियों के लिए काफी इफेक्टिव साबित हुआ है|