Dog in Blue: वायरल हो रहे नीले रंग के कुत्तों की सामने आई ये वजह
Dog in Blue: बता दें, कि रूस के शहर Dzerzhinsk में दिखे इन कुत्तों की त्वचा पूरी तरह से नीली हो गई थी, और आजकलसोशल मीडिया पर इन कुत्तों की तस्वीरें वायरल हो रही हैं|
ये भी माना जा रहा है, कि किसी केमिकल रिएक्शन के चलते उनके रंग में यह बदलाव देखने को मिल रहा है|
दरअसल, इस शहर में सोवियत दौर की एक केमिकल प्लांट मौजूद है, जिसमे हाइड्रोसाइनिक एसिड और प्लेक्सी ग्लास बनाए जाते थे|
केमिकल के चलते कुत्तों की हुई ये हालत
अनुमान लगाया जा रहा है, कि इस प्लांट से निकले केमिकल कचरे की वजह से ही इन कुत्तों के ऐसे हालात हुए हैं| बता दें, कि ये फैक्ट्री छह साल पहले आर्थिक आर्थिक कारणों के चलते बंद हो गई थी|
दूसरी तरफ इस मामले में केमिकल प्लांट के मालिक का मानना है, कि कुत्तों के नीले रंग वाली तस्वीरें पूरी तरह से फेक हैं|
उनके मुताबिक, सिर्फ सनसनी फैलाने के लिए और लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए प्रैंक किया गया है|
कॉपर सल्फेट केमिकल
हालांकि उन्होंने कहा, कि अगर वास्तव में इन कुत्तों की ऐसी हालत हुई है, तो वे जरूर कॉपर सल्फेट नाम के केमिकल के संपर्क में आए होंगे|
बता दें, कि कॉपर सल्फेट से शरीर पर काफी जलन होती है, जिससे खुजली की समस्या भी हो सकती है|
खबर के मुताबिक, इन कुत्तों की तस्वीरों को इस केमिकल प्लांट के पास रहने वाले स्थानीय लोगों ने खींचा था|
बता दें, कि यह कोई नया मामला नहीं है, इससे पहले भी रूस में कुछ साल पहले ऐसा ही मामला सामने आ चुका है, जब कुछ जानवरों का रंग सामान्य से काफी अलग हो गया था|